कोटा में कोहरे और शीतलहर का कहर, यातायात प्रभावित
28 Dec, 2025
Kota, Rajasthan
कोटा जिले में आज सुबह से घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने शीतलहर का अलर्ट जारी किया है और अगले दो से तीन दिनों तक इसकी स्थिति बनी रहने की संभावना जताई है। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, जिससे आमजन जीवन कठिन हो गया है। सड़कों पर दृश्यता शून्य के करीब होने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने और धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी है।[2][3]
कोटा शहर के प्रमुख इलाकों जैसे तलवंडी सर्कल, कोचिंग एरिया और रेलवे स्टेशन के आसपास कोहरा इतना घना है कि लोग घरों से निकलने में हिचकिचा रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सुबह के समय दुकानें देरी से खुल रही हैं और स्कूलों में भी देरी से कक्षाएं शुरू हो रही हैं। पाट्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के स्कूल दो दिनों के लिए बंद रहेंगे, जिससे बच्चों को तीन दिवसीय लगातार छुट्टी मिलेगी। यह फैसला ठंड और कोहरे के कारण लिया गया है, जो कोटा सहित पूरे जिले को प्रभावित कर रहा है।[3]
इस बीच, कोटा कोचिंग हब में छात्रों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क है। हाल ही में हुए हादसों के बाद नई नियमावली लागू की गई है, जिसमें हॉस्टल्स के लिए सख्त दिशानिर्देश हैं। हालांकि, मौजूदा मौसम के कारण छात्रों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। एक NEET छात्र के कुन्हाड़ी क्षेत्र में नहर में बह जाने के बाद शव मिलने की घटना अभी ताजा है, जो 19 दिसंबर को हुई थी। पुलिस ने इसे हादसा बताया है।[1]
अन्य खबरों में, कोटा जिले में कोर्ट ने रिमांड ड्यूटी ऑर्डर जारी किए हैं, जो 27-28 दिसंबर के लिए हैं। जिला एवं सत्र न्यायालय, कोटा ने विभिन्न मामलों में न्यायिक कार्रवाई तेज की है।[6] इसके अलावा, अरावली जिलों में अवैध खनन के खिलाफ संयुक्त अभियान 29 दिसंबर से शुरू होगा, जिसमें कोटा भी शामिल हो सकता है। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।[4]
कोटा प्रशासन ने सड़कों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया है, जिसमें रास्ते खाली कराए गए हैं। श्रीगंगानगर की तर्ज पर कोटा में भी खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय है।[2] पर्यटन के लिहाज से माउंट आबू में ठंड रिकॉर्ड तोड़ रही है, लेकिन कोटा में पर्यटक संख्या घटी है। नए साल पर जैसलमेर होटल बुक हैं, लेकिन कोटा में सतर्कता बरती जा रही है।[2]
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कोहरे के कारण उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं, हालांकि कोटा में हवाई अड्डा सीमित है। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए सलाह जारी की है। डॉक्टरों का कहना है कि गर्म कपड़े पहनें, भाप लें और गर्मागर्म भोजन करें। जिले भर में बिजली आपूर्ति सामान्य है, लेकिन कोहरे से स्ट्रीट लाइट्स जलाई जा रही हैं।
कोटा पुलिस ने ट्रैफिक हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। नागरिकों से अपील है कि अनावश्यक यात्रा न करें। यह मौसमीय बदलाव जलवायु परिवर्तन का संकेत है, जिस पर विशेषज्ञ चर्चा कर रहे हैं। कुल मिलाकर, कोटा जिला शीतलहर और कोहरे की चपेट में है, लेकिन प्रशासन सक्रिय है। (शब्द संख्या: ५०२)
कोटा शहर के प्रमुख इलाकों जैसे तलवंडी सर्कल, कोचिंग एरिया और रेलवे स्टेशन के आसपास कोहरा इतना घना है कि लोग घरों से निकलने में हिचकिचा रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सुबह के समय दुकानें देरी से खुल रही हैं और स्कूलों में भी देरी से कक्षाएं शुरू हो रही हैं। पाट्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के स्कूल दो दिनों के लिए बंद रहेंगे, जिससे बच्चों को तीन दिवसीय लगातार छुट्टी मिलेगी। यह फैसला ठंड और कोहरे के कारण लिया गया है, जो कोटा सहित पूरे जिले को प्रभावित कर रहा है।[3]
इस बीच, कोटा कोचिंग हब में छात्रों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क है। हाल ही में हुए हादसों के बाद नई नियमावली लागू की गई है, जिसमें हॉस्टल्स के लिए सख्त दिशानिर्देश हैं। हालांकि, मौजूदा मौसम के कारण छात्रों को विशेष सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। एक NEET छात्र के कुन्हाड़ी क्षेत्र में नहर में बह जाने के बाद शव मिलने की घटना अभी ताजा है, जो 19 दिसंबर को हुई थी। पुलिस ने इसे हादसा बताया है।[1]
अन्य खबरों में, कोटा जिले में कोर्ट ने रिमांड ड्यूटी ऑर्डर जारी किए हैं, जो 27-28 दिसंबर के लिए हैं। जिला एवं सत्र न्यायालय, कोटा ने विभिन्न मामलों में न्यायिक कार्रवाई तेज की है।[6] इसके अलावा, अरावली जिलों में अवैध खनन के खिलाफ संयुक्त अभियान 29 दिसंबर से शुरू होगा, जिसमें कोटा भी शामिल हो सकता है। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।[4]
कोटा प्रशासन ने सड़कों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया है, जिसमें रास्ते खाली कराए गए हैं। श्रीगंगानगर की तर्ज पर कोटा में भी खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय है।[2] पर्यटन के लिहाज से माउंट आबू में ठंड रिकॉर्ड तोड़ रही है, लेकिन कोटा में पर्यटक संख्या घटी है। नए साल पर जैसलमेर होटल बुक हैं, लेकिन कोटा में सतर्कता बरती जा रही है।[2]
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कोहरे के कारण उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं, हालांकि कोटा में हवाई अड्डा सीमित है। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए सलाह जारी की है। डॉक्टरों का कहना है कि गर्म कपड़े पहनें, भाप लें और गर्मागर्म भोजन करें। जिले भर में बिजली आपूर्ति सामान्य है, लेकिन कोहरे से स्ट्रीट लाइट्स जलाई जा रही हैं।
कोटा पुलिस ने ट्रैफिक हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। नागरिकों से अपील है कि अनावश्यक यात्रा न करें। यह मौसमीय बदलाव जलवायु परिवर्तन का संकेत है, जिस पर विशेषज्ञ चर्चा कर रहे हैं। कुल मिलाकर, कोटा जिला शीतलहर और कोहरे की चपेट में है, लेकिन प्रशासन सक्रिय है। (शब्द संख्या: ५०२)