Jaisalmer-Jodhpur Highway पर भयानक बस हादसा, 20 की मौत, 16 घायल
28 Dec, 2025
Jodhpur, Rajasthan
जोधपुर जिले के आसपास जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर एक भयानक हादसे ने पूरे राजस्थान को स्तब्ध कर दिया है। रविवार सुबह की ताजा खबरों के अनुसार, जैसलमेर से जोधपुर आ रही एक प्राइवेट बस थियाट गांव के पास अचानक आग की लपटों में घिर गई। बस में सवार 57 यात्रियों में से 20 की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से रवाना हुई थी। हाईवे पर पहुंचते ही बस के पिछले हिस्से से धुआं निकलने लगा। ड्राइवर ने तुरंत बस सड़क किनारे रोक दी, लेकिन कुछ ही पलों में आग ने पूरी बस को लील लिया। स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने जान जोखिम में डालकर यात्रियों को बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज धधकती आग के कारण कई लोग फंस गए।[2][4]
आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत राहत कार्य तेज करने और जांच के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या ईंधन लीक की आशंका जताई जा रही है, लेकिन विस्तृत फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। यह हादसा जोधपुर जिले की सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है, जहां हाल ही में ट्रक और ट्रेलर की टक्कर से भी चालक जिंदा जल गया था, जिससे 5 किमी तक जाम लग गया।[6]
जोधपुर पुलिस ने हादसे के बाद हाईवे पर ट्रैफिक कंट्रोल बढ़ा दिया है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि और घायलों के इलाज का खर्च वहन करने का ऐलान किया है। विपक्षी दलों ने भी राज्य सरकार से सड़क सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की है। इसी बीच, जोधपुर में क्रिसमस के दौरान धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा एक स्कूल पर हमला कर क्रिसमस बैनर फाड़ने की घटना ने तनाव बढ़ा दिया है।[7] पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जोधपुर जिले में अन्य ट्रेंडिंग खबरों में पुलिस के नियमित अभियान शामिल हैं, जैसे ट्रैफिक चेकिंग और एनडीपीएस डिस्पोजल। हाल के प्रेस रिलीज में 27 दिसंबर को जागरूकता रैली और बुल चेकिंग का जिक्र है।[5] राजस्थान की राजधानी जयपुर से भी जोधपुर से जुड़ी खबरें आ रही हैं, जहां किसान आंदोलन और सामाजिक विवादों पर चर्चा हो रही है।[1] यह हादसा न केवल जोधपुर बल्कि पूरे राज्य में सड़क यातायात की सुरक्षा पर बहस छेड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि पुरानी बसों की जांच और ड्राइवर ट्रेनिंग पर जोर देना जरूरी है। कुल मिलाकर, यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए दुखदायी है और प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ा रही है। (शब्द संख्या: 498)
आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत राहत कार्य तेज करने और जांच के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या ईंधन लीक की आशंका जताई जा रही है, लेकिन विस्तृत फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। यह हादसा जोधपुर जिले की सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है, जहां हाल ही में ट्रक और ट्रेलर की टक्कर से भी चालक जिंदा जल गया था, जिससे 5 किमी तक जाम लग गया।[6]
जोधपुर पुलिस ने हादसे के बाद हाईवे पर ट्रैफिक कंट्रोल बढ़ा दिया है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि और घायलों के इलाज का खर्च वहन करने का ऐलान किया है। विपक्षी दलों ने भी राज्य सरकार से सड़क सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की है। इसी बीच, जोधपुर में क्रिसमस के दौरान धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा एक स्कूल पर हमला कर क्रिसमस बैनर फाड़ने की घटना ने तनाव बढ़ा दिया है।[7] पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जोधपुर जिले में अन्य ट्रेंडिंग खबरों में पुलिस के नियमित अभियान शामिल हैं, जैसे ट्रैफिक चेकिंग और एनडीपीएस डिस्पोजल। हाल के प्रेस रिलीज में 27 दिसंबर को जागरूकता रैली और बुल चेकिंग का जिक्र है।[5] राजस्थान की राजधानी जयपुर से भी जोधपुर से जुड़ी खबरें आ रही हैं, जहां किसान आंदोलन और सामाजिक विवादों पर चर्चा हो रही है।[1] यह हादसा न केवल जोधपुर बल्कि पूरे राज्य में सड़क यातायात की सुरक्षा पर बहस छेड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि पुरानी बसों की जांच और ड्राइवर ट्रेनिंग पर जोर देना जरूरी है। कुल मिलाकर, यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए दुखदायी है और प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ा रही है। (शब्द संख्या: 498)