Neem Ka Thana Residents Intensify Protest Against District Abolition on Anniversary
27 Dec, 2025 Neem Ka Thana, Rajasthan
नीम का थाना, राजस्थान। नीमकाथाना जिले को खत्म किए जाने के एक साल पूरे होने पर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। आज युवाओं ने नीमकाथाना जिला अस्पताल के सामने टायर जलाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पंचायत समिति सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 28 दिसंबर को नीमकाथाना की जनता काला दिवस मनाएगी। इस दिन शहर के सभी बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे और खेतड़ी मोड़ पर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन होगा। व्यापारी संगठनों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बंद का समर्थन दिया है।[1][4]
पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रवीण जाखड़ ने कहा कि सरकार ने एक साल पहले नीमकाथाना को जिला बनाने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद इसे निरस्त कर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि नीमकाथाना सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला क्षेत्र है। अगर जिला बहाल नहीं किया गया तो यहां से सरकार को जाने वाला राजस्व पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। शशिपाल भाकर ने जोर देकर कहा, "जिला बहाल करना पड़ेगा, जनता जाग चुकी है।" प्रदर्शन में महेंद्र बिरजानिया, बसंत यादव, राजपाल डोई, उमेश दिवाच समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।[1]
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, नीमकाथाना को जिला और सीकर को संभाग बनाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है। स्थानीय लोग मानते हैं कि जिला होने से प्रशासनिक सेवाएं आसानी से उपलब्ध होंगी और विकास तेजी से होगा। जिला निरस्त होने से अस्पताल, पुलिस, तहसील जैसी सुविधाओं के लिए लोगों को सीकर जाना पड़ता है, जिससे असुविधा बढ़ गई है। कल के काले दिवस में हजारों लोग सड़कों पर उतरेंगे और सरकार को अपना संदेश पहुंचाएंगे।[1][4]
इस बीच, नीम का थाना ब्लॉक के महवा और भराला गांवों के ग्रामीणों ने अरावली पहाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। इन गांवों में खनन गतिविधियों से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अरावली की रक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकार को सख्त नीतियां बनानी चाहिए। हाल ही में केंद्र सरकार ने अरावली में नए खनन पट्टों पर रोक लगाई है, जिसे स्थानीय लोग स्वागतयोग्य मान रहे हैं। हालांकि, नीमकाथाना क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायतें बनी हुई हैं।[5]
नीमकाथाना में अन्य गतिविधियों में 'बढ़ता राजस्थान-हमारा राजस्थान' रथ यात्रा हाल ही में छावनी क्षेत्र पहुंची, जिसका स्थानीय लोगों ने स्वागत किया। रामलीला मैदान में बंगाल में हिंदू युवक की हत्या के मुद्दे पर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। ये घटनाएं स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं।[2]
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपील की है कि मांगें मान ली जाएं वरना आंदोलन और तेज होगा। नीमकाथाना की जनता एकजुट होकर जिला बहाली तक संघर्ष जारी रखेगी। यह आंदोलन न केवल प्रशासनिक सुधार की मांग करता है बल्कि क्षेत्रीय विकास का प्रतीक भी बन गया है। स्थानीय नेताओं का मानना है कि भाजपा सरकार को वादों पर अमल करना चाहिए। आने वाले दिनों में प्रदर्शन की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। (शब्द संख्या: ५१२)