Shahpura Depot से उदयपुर-अजमेर के लिए नई रोडवेज बसें शुरू, यात्रियों को मिली बड़ी राहत
27 Dec, 2025
Shahpura, Rajasthan
शाहपुरा, राजस्थान। भारी वर्षा और बाढ़ के अलर्ट के बीच शाहपुरा जिले में एक सकारात्मक खबर सामने आई है। राज्य सड़क परिवहन निगम (RSRTC) ने शाहपुरा डिपो से उदयपुर, अजमेर समेत चार नई रोडवेज बस सेवाओं का शुभारंभ किया है। यह नई सेवाएं यात्रियों को आसानी से महत्वपूर्ण शहरों तक पहुंचने में मदद करेंगी, खासकर उन ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए जो अब तक सीमित परिवहन सुविधाओं से जूझ रहे थे।[1]
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इन नई बसों में शाहपुरा से उदयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा के लिए दैनिक सेवाएं शामिल हैं। प्रत्येक रूट पर कम से कम दो-दो बसें संचालित की जाएंगी, जिनमें एसी और नॉन-एसी दोनों विकल्प उपलब्ध होंगे। डिपो प्रबंधक ने बताया कि यह पहल मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के 'सभी गांवों को जोड़ो' अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और रोजगार के अवसर बढ़ाना है। पहले दिन ही इन बसों में सैकड़ों यात्री सवार हुए, जिनमें किसान, छात्र और व्यापारी शामिल थे। एक यात्री ने कहा, "पहले हमें प्राइवेट वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता था, जो महंगे थे। अब सस्ती और सुरक्षित सरकारी बसें उपलब्ध हैं।"[1]
शाहपुरा जिला, जो जयपुर संभाग के अंतर्गत आता है, हाल ही में राज्यभर में हो रही भारी बारिश से प्रभावित रहा है। 26 दिसंबर को जारी मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, उदयपुर-कोटा क्षेत्र में रेड अलर्ट था, जबकि अजमेर-बूंदी में स्कूल बंद कर दिए गए थे। जवाई बांध के गेट खोले जाने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया, जिससे कई गांव जलमग्न हो गए। शाहपुरा में भी हल्की बारिश दर्ज की गई, लेकिन नई बस सेवाओं ने यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग प्रदान किए। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे मौसम अपडेट चेक करें और बस शेड्यूल का पालन करें।[2]
इसके अलावा, शाहपुरा में विकास की अन्य गतिविधियां भी जोरों पर हैं। हाल ही में शिक्षा सुधारों पर जोर देते हुए स्थानीय विधायक ने स्कूलों की मरम्मत के लिए विधायी फंड के उपयोग की अपील की। जिले के कई पंचायतों में सोलर सिस्टम लगाने की योजना भी स्वीकृत हुई है, जो सरकारी भवनों पर लागू होगी। किसानों को राहत देते हुए खाद सब्सिडी योजना के तहत DAP उर्वरक सस्ते दामों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हालांकि, नर्मदा नहर के उल्लंघन से प्रभावित किसानों की तरह शाहपुरा के किसान भी सिंचाई सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।[1][2]
नई बस सेवाओं से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। उदयपुर के पर्यटन स्थलों तक आसान पहुंच से पर्यटक बढ़ेंगे, जबकि अजमेर के दरगाह आने वाले श्रद्धालुओं को फायदा होगा। RSRTC अधिकारियों ने कहा कि अगले महीने और रूट जोड़े जाएंगे। यात्रियों से अपील है कि वे ऑनलाइन बुकिंग का उपयोग करें और टिकट काउंटर पर भीड़ से बचें। यह कदम राज्य सरकार की परिवहन क्रांति का हिस्सा है, जो ग्रामीण राजस्थान को मुख्यधारा से जोड़ रहा है। कुल मिलाकर, भारी बारिश के बीच यह खबर शाहपुरा वासियों के लिए उत्साहजनक है। (शब्द संख्या: ५१२)
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इन नई बसों में शाहपुरा से उदयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा के लिए दैनिक सेवाएं शामिल हैं। प्रत्येक रूट पर कम से कम दो-दो बसें संचालित की जाएंगी, जिनमें एसी और नॉन-एसी दोनों विकल्प उपलब्ध होंगे। डिपो प्रबंधक ने बताया कि यह पहल मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के 'सभी गांवों को जोड़ो' अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और रोजगार के अवसर बढ़ाना है। पहले दिन ही इन बसों में सैकड़ों यात्री सवार हुए, जिनमें किसान, छात्र और व्यापारी शामिल थे। एक यात्री ने कहा, "पहले हमें प्राइवेट वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता था, जो महंगे थे। अब सस्ती और सुरक्षित सरकारी बसें उपलब्ध हैं।"[1]
शाहपुरा जिला, जो जयपुर संभाग के अंतर्गत आता है, हाल ही में राज्यभर में हो रही भारी बारिश से प्रभावित रहा है। 26 दिसंबर को जारी मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, उदयपुर-कोटा क्षेत्र में रेड अलर्ट था, जबकि अजमेर-बूंदी में स्कूल बंद कर दिए गए थे। जवाई बांध के गेट खोले जाने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया, जिससे कई गांव जलमग्न हो गए। शाहपुरा में भी हल्की बारिश दर्ज की गई, लेकिन नई बस सेवाओं ने यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग प्रदान किए। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे मौसम अपडेट चेक करें और बस शेड्यूल का पालन करें।[2]
इसके अलावा, शाहपुरा में विकास की अन्य गतिविधियां भी जोरों पर हैं। हाल ही में शिक्षा सुधारों पर जोर देते हुए स्थानीय विधायक ने स्कूलों की मरम्मत के लिए विधायी फंड के उपयोग की अपील की। जिले के कई पंचायतों में सोलर सिस्टम लगाने की योजना भी स्वीकृत हुई है, जो सरकारी भवनों पर लागू होगी। किसानों को राहत देते हुए खाद सब्सिडी योजना के तहत DAP उर्वरक सस्ते दामों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हालांकि, नर्मदा नहर के उल्लंघन से प्रभावित किसानों की तरह शाहपुरा के किसान भी सिंचाई सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।[1][2]
नई बस सेवाओं से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। उदयपुर के पर्यटन स्थलों तक आसान पहुंच से पर्यटक बढ़ेंगे, जबकि अजमेर के दरगाह आने वाले श्रद्धालुओं को फायदा होगा। RSRTC अधिकारियों ने कहा कि अगले महीने और रूट जोड़े जाएंगे। यात्रियों से अपील है कि वे ऑनलाइन बुकिंग का उपयोग करें और टिकट काउंटर पर भीड़ से बचें। यह कदम राज्य सरकार की परिवहन क्रांति का हिस्सा है, जो ग्रामीण राजस्थान को मुख्यधारा से जोड़ रहा है। कुल मिलाकर, भारी बारिश के बीच यह खबर शाहपुरा वासियों के लिए उत्साहजनक है। (शब्द संख्या: ५१२)