भीलवाड़ा में घने कोहरे से मांडल ओवर ब्रिज पर टैंकर-पिकअप की भयंकर टक्कर, हादसे में चोटें
27 Dec, 2025 Bhilwara, Rajasthan
भीलवाड़ा, 27 दिसंबर। जिले में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिसने मांडल ओवर ब्रिज पर एक भयानक सड़क हादसे को जन्म दे दिया। एक तेज रफ्तार टैंकर ने पिकअप वाहन के साथ जबरदस्त भिड़ंत कर दी, जिसमें दोनों वाहनों में सवार कई लोग घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और एम्बुलेंस टीम मौके पर पहुंची तथा घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई थी, जिससे चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठे।[2]
यह हादसा भीलवाड़ा शहर के व्यस्त मांडल ओवर ब्रिज पर करीब सुबह 11 बजे हुआ, जब टैंकर चालक भीलवाड़ा से अजमेर की ओर जा रहा था। पिकअप में मजदूरों को भरकर ले जाया जा रहा था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पिकअप का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और टैंकर भी पलटने से बाल-बाल बचा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कोहरा इतना घना था कि दूर तक कुछ दिखाई नहीं दे रहा था, जिसके चलते वाहन धीमी गति से चल रहे थे फिर भी दुर्घटना हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक को डायवर्ट किया और वाहनों को क्रेन से हटवाया।[2]
राजस्थान में मौसम विभाग ने ठंड और कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। 28 दिसंबर तक राहत की संभावना कम है, खासकर सुबह और रात के समय। भीलवाड़ा सहित कई जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया है, जिससे सड़क हादसों का खतरा बढ़ गया है। उदयपुर, जयपुर, सीकर जैसे इलाकों में भी कोल्ड वेव का असर देखा जा रहा है, जहां तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। किसानों को रबी फसलों को ठंड से नुकसान की चिंता सता रही है।[1][4][5]
इस बीच, भीलवाड़ा में अन्य महत्वपूर्ण खबरें भी सुर्खियां बटोर रही हैं। कांग्रेस पार्टी ने पर्यावरण और सामाजिक योजनाओं के समर्थन में एक बड़ी रैली निकाली, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। रैली शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी और लोगों ने महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ नारेबाजी की।[2] वहीं, 108 और 104 एम्बुलेंस सेवाओं के कर्मचारियों ने रविवार रात 12 बजे से कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ सकता है। शिक्षा विभाग ने नया सत्र शुरू होने से पहले 97 सरकारी स्कूलों को नजदीकी विद्यालयों में मर्ज करने का फैसला लिया है, जिसका स्थानीय स्तर पर विरोध हो रहा है।[2]
नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों ने विधायक को ज्ञापन सौंपा, जिसमें नियमितीकरण और सुविधाओं की मांग की गई। इसके अलावा, महात्मा गांधी अस्पताल में रक्तदान अभियान से एक आईसीयू मरीज महिला की जान बची। जिले में हार्ट संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं, जिसकी चेतावनी सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट ने दी है।[2]
पुलिस ने बीजोलिया क्षेत्र में अपराधियों पर नजर रखी है, जबकि राज्य स्तर पर वनरक्षक और जेडीए लेखाकार की गिरफ्तारी जैसी कार्रवाइयां हुईं। राजस्थान सरकार का विकास रथ बलियास गांव पहुंचा, जहां ग्रामीणों ने स्वागत किया।[1][3][6]
ये घटनाएं भीलवाड़ा को आज सुर्खियों में ला रही हैं। प्रशासन ने कोहरे में सावधानी बरतने की अपील की है, जिसमें धीमी गति से वाहन चलाने और फॉग लाइट्स का उपयोग करने की सलाह दी गई। जिले के लोग ठंड से परेशान हैं, लेकिन हादसे ने सुरक्षा पर बहस छेड़ दी है। (शब्द संख्या: 498)