Pali Shivers at 3.4°C as Cold Wave Grips Rajasthan, Raising Crop Damage Fears
27 Dec, 2025
Pali, Rajasthan
पाली जिले में ठंड का प्रकोप तेज हो गया है। आज शनिवार को न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे आमजन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में कोल्ड वेव की स्थिति तीसरे दिन भी बनी हुई है, जिसमें पाली सहित कई जिलों में तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा। करौली सबसे ठंडा स्थान रहा जहां पारा 3.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि पाली में 3.4, अंता में 4.5, दौसा में 4.7, अलवर में 5.2, नागौर में 5.3, लूणकरणसर में 5.8 और सिरोही में 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।[3][4] जयपुर में 9.6 डिग्री सेल्सियस का तापमान रहा, वहीं बाड़मेर सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस नापा गया।[4]
इस ठंड के कारण पाली जिले के ग्रामीण इलाकों में कोहरा इतना घना छा गया कि राजमार्गों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। किसानों में चिंता की लहर है क्योंकि रबी की फसलें, खासकर गेहूं, सरसों और सब्जियों पर होरहोस्ट का खतरा मंडरा रहा है। देर रात और सुबह के समय खेतों में पाला पड़ने से फसलें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति और तेज उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण यह स्थिति बनी हुई है, जो अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है।[3]
पाली जिले के निवासियों ने ठंड से बचने के लिए आग तापने और ऊनी कपड़ों का सहारा लिया है। पिछले साल दिसंबर में इसी तरह की ठंड में एक दंपति की आग तापते हुए दम घुटने से मौत हो चुकी थी, जिसकी यादें ताजा हो गई हैं।[1] जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। स्कूलों में समय छोटा करने और बच्चों को घर पर रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-खांसी और श्वास संबंधी बीमारियों से बचाव के उपाय बताए हैं, जैसे गर्म पानी पीना और धुएं से दूर रहना।
पाली में पर्यटन स्थलों पर भी असर पड़ा है। ठंड के बावजूद कुछ पर्यटक जिले के प्रसिद्ध जंभेश्वर मंदिर और रणकपुर जैन मंदिर पहुंच रहे हैं, लेकिन कोहरे के कारण सफर जोखिम भरा हो गया है। किसान संगठनों ने सरकार से फसल बीमा और मुआवजे की मांग तेज कर दी है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि आने वाले दिनों में मौसम शुष्क और ठंडा ही रहेगा, खासकर जयपुर, बीकानेर और जोधपुर संभागों में कोल्ड वेव बरकरार रहेगी।[3][4]
इसके अलावा, पाली में अन्य स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है। जिले के बाजारों में सब्जियों और फलों के दामों में इजाफा हो गया है। बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के लिए बिजली विभाग अलर्ट पर है। स्थानीय विधायक ने विधानसभा में ठंड प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज की मांग की है। कुल मिलाकर, पाली जिला इस कोल्ड वेव से जूझ रहा है, और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। निवासियों से अपील है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यह मौसम चक्र राजस्थान के लिए सामान्य है, लेकिन इस बार की तीव्रता ने सबको चौंका दिया है। (शब्द संख्या: ५०२)
इस ठंड के कारण पाली जिले के ग्रामीण इलाकों में कोहरा इतना घना छा गया कि राजमार्गों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। किसानों में चिंता की लहर है क्योंकि रबी की फसलें, खासकर गेहूं, सरसों और सब्जियों पर होरहोस्ट का खतरा मंडरा रहा है। देर रात और सुबह के समय खेतों में पाला पड़ने से फसलें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति और तेज उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण यह स्थिति बनी हुई है, जो अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है।[3]
पाली जिले के निवासियों ने ठंड से बचने के लिए आग तापने और ऊनी कपड़ों का सहारा लिया है। पिछले साल दिसंबर में इसी तरह की ठंड में एक दंपति की आग तापते हुए दम घुटने से मौत हो चुकी थी, जिसकी यादें ताजा हो गई हैं।[1] जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। स्कूलों में समय छोटा करने और बच्चों को घर पर रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-खांसी और श्वास संबंधी बीमारियों से बचाव के उपाय बताए हैं, जैसे गर्म पानी पीना और धुएं से दूर रहना।
पाली में पर्यटन स्थलों पर भी असर पड़ा है। ठंड के बावजूद कुछ पर्यटक जिले के प्रसिद्ध जंभेश्वर मंदिर और रणकपुर जैन मंदिर पहुंच रहे हैं, लेकिन कोहरे के कारण सफर जोखिम भरा हो गया है। किसान संगठनों ने सरकार से फसल बीमा और मुआवजे की मांग तेज कर दी है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि आने वाले दिनों में मौसम शुष्क और ठंडा ही रहेगा, खासकर जयपुर, बीकानेर और जोधपुर संभागों में कोल्ड वेव बरकरार रहेगी।[3][4]
इसके अलावा, पाली में अन्य स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है। जिले के बाजारों में सब्जियों और फलों के दामों में इजाफा हो गया है। बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के लिए बिजली विभाग अलर्ट पर है। स्थानीय विधायक ने विधानसभा में ठंड प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज की मांग की है। कुल मिलाकर, पाली जिला इस कोल्ड वेव से जूझ रहा है, और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। निवासियों से अपील है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यह मौसम चक्र राजस्थान के लिए सामान्य है, लेकिन इस बार की तीव्रता ने सबको चौंका दिया है। (शब्द संख्या: ५०२)