Deeg Police Party with Cyber Fraudsters Sparks Outrage and Suspensions
27 Dec, 2025
Deeg, Rajasthan
डीग जिले के जुरहरा थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा साइबर ठगों के साथ पार्टी करने का वीडियो वायरल होने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। यह घटना 23 दिसंबर को घटी, जब कांस्टेबल केशव के प्रमोशन के जश्न में थाने में दावत का आयोजन किया गया। इसी दौरान साइबर ठगी के आरोपी सकील तोहिद उमर, जो जमानत पर बाहर है और हर महीने थाने में हाजिरी लगाने आता है, वहां पहुंचा। उसने न केवल पार्टी में हिस्सा लिया, बल्कि थाने के अंदर ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसमें वह पुलिसवालों के साथ खाना खाते और रौब दिखाते नजर आ रहा है।[3][4]
वीडियो वायरल होते ही डीग के पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश मीणा ने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने हेड कांस्टेबल प्रेम चंद शर्मा और कांस्टेबल केशव को निलंबित कर दिया, जबकि थाना प्रभारी अमित चौधरी को लाइन हाजिर कर दिया गया। एसपी मीणा ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कोई भी पुलिसकर्मी अपराधियों से मिलीभगत नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। विभागीय स्तर पर कड़ी कार्रवाई होगी और यह मिसाल बनेगी।" डीग जिला, जो साइबर अपराधों का केंद्र रहा है, वहां चल रही एंटी-साइबरक्राइम अभियान के बीच यह घटना पुलिस की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।[3][4]
इसके अलावा, जिले में साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस की सतर्कता बढ़ी है। 27 दिसंबर को डीग पुलिस ने एक और बड़ा छापा मारा, जिसमें 9 ठगों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई साइबर फ्रॉड गैंग्स के खिलाफ जारी मुहिम का हिस्सा है। पुलिस को शक है कि गिरोह में और लोग शामिल हैं, और पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं।[6]
साथ ही, राजस्थान में ठंड की लहर ने डीग सहित 14 जिलों को जकड़ लिया है। मौसम विभाग ने 26-27 दिसंबर के लिए कोल्ड वेव अलर्ट जारी किया है। डीग में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जो जनजीवन को प्रभावित कर रहा है। किसान और गरीब परिवार सबसे ज्यादा परेशान हैं। प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर दिया है।[1]
यह घटना डीग की कानून-व्यवस्था पर बहस छेड़ रही है। स्थानीय लोग पुलिस सुधार की मांग कर रहे हैं। पहले भी जिले में डिप्थीरिया महामारी जैसी समस्याएं सामने आईं, जहां वैक्सीनेशन डेटा में खामियां पाई गईं। अब साइबर क्राइम पर लगाम लगाने की जरूरत है। एसपी की कार्रवाई से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी गलतियां न हों। जिले के निवासी अब सतर्कता और पारदर्शिता की अपेक्षा कर रहे हैं। (शब्द संख्या: 498)
वीडियो वायरल होते ही डीग के पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश मीणा ने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने हेड कांस्टेबल प्रेम चंद शर्मा और कांस्टेबल केशव को निलंबित कर दिया, जबकि थाना प्रभारी अमित चौधरी को लाइन हाजिर कर दिया गया। एसपी मीणा ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कोई भी पुलिसकर्मी अपराधियों से मिलीभगत नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। विभागीय स्तर पर कड़ी कार्रवाई होगी और यह मिसाल बनेगी।" डीग जिला, जो साइबर अपराधों का केंद्र रहा है, वहां चल रही एंटी-साइबरक्राइम अभियान के बीच यह घटना पुलिस की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।[3][4]
इसके अलावा, जिले में साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस की सतर्कता बढ़ी है। 27 दिसंबर को डीग पुलिस ने एक और बड़ा छापा मारा, जिसमें 9 ठगों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई साइबर फ्रॉड गैंग्स के खिलाफ जारी मुहिम का हिस्सा है। पुलिस को शक है कि गिरोह में और लोग शामिल हैं, और पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं।[6]
साथ ही, राजस्थान में ठंड की लहर ने डीग सहित 14 जिलों को जकड़ लिया है। मौसम विभाग ने 26-27 दिसंबर के लिए कोल्ड वेव अलर्ट जारी किया है। डीग में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जो जनजीवन को प्रभावित कर रहा है। किसान और गरीब परिवार सबसे ज्यादा परेशान हैं। प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर दिया है।[1]
यह घटना डीग की कानून-व्यवस्था पर बहस छेड़ रही है। स्थानीय लोग पुलिस सुधार की मांग कर रहे हैं। पहले भी जिले में डिप्थीरिया महामारी जैसी समस्याएं सामने आईं, जहां वैक्सीनेशन डेटा में खामियां पाई गईं। अब साइबर क्राइम पर लगाम लगाने की जरूरत है। एसपी की कार्रवाई से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी गलतियां न हों। जिले के निवासी अब सतर्कता और पारदर्शिता की अपेक्षा कर रहे हैं। (शब्द संख्या: 498)