Supreme Court Panel Probes River Pollution Crisis in Balotra Amid Local Outrage
28 Dec, 2025
Balotra, Rajasthan
बाड़मेर जिले के बिलोत्रा में लूनी, जोजारी और बांदी नदियों में औद्योगिक प्रदूषण का मामला गरमाता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति ने गुरुवार को बिलोत्रा जिले के प्रभावित इलाकों का दूसरा दिन निरीक्षण किया, जहां स्थानीय निवासियों ने वर्षों से चली आ रही पीड़ा का खुलासा किया।[3][6] समिति का नेतृत्व रिटायर्ड हाईकोर्ट जज संगीत लोढ़ा कर रहे हैं, जिनके साथ बिलोत्रा जिला मजिस्ट्रेट सुशील यादव, एसडीओ अशोक कुमार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एडिशनल चीफ इंजीनियर अमित शर्मा शामिल थे।[3]
बुधवार को समिति ने जासोल और बिलोत्रा के कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सीईटीपी) का दौरा किया था। गुरुवार को डोली कलान, देवासियो की बास और अन्य क्षेत्रों में पारंपरिक तालाबों, टैंकों तथा सार्वजनिक कुओं का निरीक्षण कर प्रदूषित पानी के नमूने एकत्र किए गए।[3] मंसरोवर सिंटेक्स फैक्ट्री पहुंचकर समिति ने एससीएडीए सिस्टम के जरिए पानी पहुंचने की प्रक्रिया की जानकारी ली। लूनी नदी का जायजा लेते हुए जलभराव वाले इलाकों में क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन किया गया।[3][6]
डोली राजगुरान में चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर बूढ़ाराम चौधरी ने बताया कि प्रदूषित पानी से लंबे समय तक जलभराव के कारण स्कूल भवनों को नुकसान पहुंचा है। कल्याणपुर के पूर्व सरपंच श्रवण सिंह राजपुरोहित ने स्थानीय सरकारी स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी केंद्र, पटवारी आवास, ग्राम पंचायत, पेयजल टैंक और सड़कों को हुए नुकसान की शिकायत की। उन्होंने दूषित पानी से ग्रामीणों में फैल रही स्वास्थ्य समस्याओं पर भी समिति का ध्यान दिलाया।[3]
स्थानीय लोगों ने वर्षों से चली आ रही इस समस्या पर आवाज बुलंद की। औद्योगिक अपशिष्ट और अनुपचारित सीवेज से नदियां काली पड़ गई हैं, जिससे खेती, पशुपालन और मानव स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा है। समिति ने प्रभावों का विस्तृत आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने का संकेत दिया है।[6]
इधर, बिलोत्रा में अन्य घटनाएं भी सुर्खियां बटोर रही हैं। पुलिस ने पाक सीमा के पास परेउ इलाके में 14 किलोमीटर लंबे पीछा करने के बाद एक एसयूवी से 508 किलोग्राम अवैध अफीम की भूसी जब्त की और प्रेमप्रकाश नामक आरोपी को गिरफ्तार किया।[2] कार में लोडेड पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, दस नकली नंबर प्लेटें और 25 बैग भूसी बरामद हुई। एसयूवी चोरी की निकली, जो ड्रग तस्करों को उपलब्ध कराने वाले गिरोह से जुड़ी बताई जा रही है।[2]
रेल मंत्रालय ने बिलोत्रा-पचपद्रा नई रेल लाइन परियोजना के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस) को मंजूरी दी है। 11 किलोमीटर लंबी इस लाइन का अनुमानित खर्च 33 लाख रुपये है, जो बाड़मेर और आसपास के क्षेत्रों को जोड़ेगी।[1]
बिलोत्रा जिला प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने हाल ही में विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया, जो विकास की नई दिशा दे रही हैं।[4] इन घटनाओं से बिलोत्रा में विकास और चुनौतियों का मिश्रित चित्र उभर रहा है। (शब्द संख्या: 498)
बुधवार को समिति ने जासोल और बिलोत्रा के कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सीईटीपी) का दौरा किया था। गुरुवार को डोली कलान, देवासियो की बास और अन्य क्षेत्रों में पारंपरिक तालाबों, टैंकों तथा सार्वजनिक कुओं का निरीक्षण कर प्रदूषित पानी के नमूने एकत्र किए गए।[3] मंसरोवर सिंटेक्स फैक्ट्री पहुंचकर समिति ने एससीएडीए सिस्टम के जरिए पानी पहुंचने की प्रक्रिया की जानकारी ली। लूनी नदी का जायजा लेते हुए जलभराव वाले इलाकों में क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन किया गया।[3][6]
डोली राजगुरान में चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर बूढ़ाराम चौधरी ने बताया कि प्रदूषित पानी से लंबे समय तक जलभराव के कारण स्कूल भवनों को नुकसान पहुंचा है। कल्याणपुर के पूर्व सरपंच श्रवण सिंह राजपुरोहित ने स्थानीय सरकारी स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी केंद्र, पटवारी आवास, ग्राम पंचायत, पेयजल टैंक और सड़कों को हुए नुकसान की शिकायत की। उन्होंने दूषित पानी से ग्रामीणों में फैल रही स्वास्थ्य समस्याओं पर भी समिति का ध्यान दिलाया।[3]
स्थानीय लोगों ने वर्षों से चली आ रही इस समस्या पर आवाज बुलंद की। औद्योगिक अपशिष्ट और अनुपचारित सीवेज से नदियां काली पड़ गई हैं, जिससे खेती, पशुपालन और मानव स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा है। समिति ने प्रभावों का विस्तृत आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने का संकेत दिया है।[6]
इधर, बिलोत्रा में अन्य घटनाएं भी सुर्खियां बटोर रही हैं। पुलिस ने पाक सीमा के पास परेउ इलाके में 14 किलोमीटर लंबे पीछा करने के बाद एक एसयूवी से 508 किलोग्राम अवैध अफीम की भूसी जब्त की और प्रेमप्रकाश नामक आरोपी को गिरफ्तार किया।[2] कार में लोडेड पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, दस नकली नंबर प्लेटें और 25 बैग भूसी बरामद हुई। एसयूवी चोरी की निकली, जो ड्रग तस्करों को उपलब्ध कराने वाले गिरोह से जुड़ी बताई जा रही है।[2]
रेल मंत्रालय ने बिलोत्रा-पचपद्रा नई रेल लाइन परियोजना के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस) को मंजूरी दी है। 11 किलोमीटर लंबी इस लाइन का अनुमानित खर्च 33 लाख रुपये है, जो बाड़मेर और आसपास के क्षेत्रों को जोड़ेगी।[1]
बिलोत्रा जिला प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने हाल ही में विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया, जो विकास की नई दिशा दे रही हैं।[4] इन घटनाओं से बिलोत्रा में विकास और चुनौतियों का मिश्रित चित्र उभर रहा है। (शब्द संख्या: 498)