Jaisalmer Bus Fire Tragedy Claims 20 Lives; PM Modi Announces Aid Amid Ongoing Rescue Efforts
28 Dec, 2025
Jaisalmer, Rajasthan
जैसलमेर जिले में एक भयानक बस हादसे ने पूरे राजस्थान को सदमे में डाल दिया है। थियाट गांव के पास जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक प्राइवेट बस (आरजे 09 पीए 8040, केके ट्रेवल्स) में अचानक आग लग गई, जिसमें कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 16 से अधिक यात्री घायल हो गए। यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे हुआ, जब बस जैसलमेर से रवाना होकर जोधमपुर हाईवे पर पहुंची थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस के पिछले हिस्से से धुआं निकलने लगा और फिर पूरे वाहन में तेजी से आग फैल गई। स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने फौरन मौके पर पहुंचकर यात्रियों को बचाने का प्रयास किया, जब तक फायर ब्रिगेड और पुलिस टीमें नहीं पहुंचीं।[1][5]
जैसलमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश धन ने बताया कि बचाव कार्य जारी है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जोधपुर पुलिस कमिश्नर ओम प्रकाश पासवान ने कहा कि 16 घायलों को जोधपुर लाया गया, जहां 15 महात्मा गांधी अस्पताल और एक श्री राम अस्पताल में भर्ती हैं। पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के कॉटेज 4 और 5 तथा जैसलमेर के जवाहर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रिश्तेदारों से सैंपल संग्रह हो रहा है। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि परिजन जानकारी प्राप्त कर सकें।[1]
इस दुखद घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "जैसलमेर, राजस्थान में बस में आग लगने से लोगों की जान जाने की खबर अत्यंत दुखद है। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक संदेश जारी कर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया, "जैसलमेर, राजस्थान में हुए हादसे से जान जाने की खबर से व्यथित। प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना।" पीएमएनआरएफ से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुदान राशि देने की घोषणा की गई।[1]
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे वाली जगह का दौरा किया और अधिकारियों से बचाव कार्य की जानकारी ली। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "जैसलमेर में बस में आग लगने की घटना अत्यंत हृदय विदारक है। प्रभावितों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।" सीएम ने सभी संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।[1][5]
यह हादसा जैसलमेर जिले में हाल के दिनों की सबसे बड़ी त्रासदी है। बस में 57 यात्री सवार थे और आग इतनी तेज थी कि कई लोग जिंदा जल गए। जांच अधिकारी शॉर्ट सर्किट या ईंधन लीक की आशंका जता रहे हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा मानकों की जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना ने सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दूसरी ओर, जिले में ठंड का प्रकोप जारी है। जैसलमेर का न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक है, लेकिन पीली अलर्ट जारी है। पर्यटन भी जोरों पर है, सम सैंड ड्यून्स पर सैलानी उमड़ रहे हैं। फिर भी, इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। प्रशासन अपील कर रहा है कि परिजन हेल्पलाइन पर संपर्क करें। (शब्द संख्या: 498)
जैसलमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश धन ने बताया कि बचाव कार्य जारी है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जोधपुर पुलिस कमिश्नर ओम प्रकाश पासवान ने कहा कि 16 घायलों को जोधपुर लाया गया, जहां 15 महात्मा गांधी अस्पताल और एक श्री राम अस्पताल में भर्ती हैं। पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के कॉटेज 4 और 5 तथा जैसलमेर के जवाहर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रिश्तेदारों से सैंपल संग्रह हो रहा है। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि परिजन जानकारी प्राप्त कर सकें।[1]
इस दुखद घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "जैसलमेर, राजस्थान में बस में आग लगने से लोगों की जान जाने की खबर अत्यंत दुखद है। शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक संदेश जारी कर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया, "जैसलमेर, राजस्थान में हुए हादसे से जान जाने की खबर से व्यथित। प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना।" पीएमएनआरएफ से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुदान राशि देने की घोषणा की गई।[1]
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे वाली जगह का दौरा किया और अधिकारियों से बचाव कार्य की जानकारी ली। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "जैसलमेर में बस में आग लगने की घटना अत्यंत हृदय विदारक है। प्रभावितों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।" सीएम ने सभी संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।[1][5]
यह हादसा जैसलमेर जिले में हाल के दिनों की सबसे बड़ी त्रासदी है। बस में 57 यात्री सवार थे और आग इतनी तेज थी कि कई लोग जिंदा जल गए। जांच अधिकारी शॉर्ट सर्किट या ईंधन लीक की आशंका जता रहे हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा मानकों की जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना ने सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दूसरी ओर, जिले में ठंड का प्रकोप जारी है। जैसलमेर का न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक है, लेकिन पीली अलर्ट जारी है। पर्यटन भी जोरों पर है, सम सैंड ड्यून्स पर सैलानी उमड़ रहे हैं। फिर भी, इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। प्रशासन अपील कर रहा है कि परिजन हेल्पलाइन पर संपर्क करें। (शब्द संख्या: 498)