Power Cuts, Development Push and Cybercrime Focus Shape Bharatpur’s Day
28 Dec, 2025
Bharatpur, Rajasthan
भरतपुर ज़िले में आज स्थानीय स्तर पर सबसे ज़्यादा चर्चा **अचानक और लंबे बिजली कटौती**, **विकास परियोजनाओं के नए चरण**, साइबर अपराध पर बढ़ती सख़्ती और **युवा क्रिकेटर कार्तिक शर्मा की कामयाबी** को लेकर रही। शहर और आसपास के इलाक़ों में दिन के समय हुई पावर कट ने आम लोगों, दुकानदारों और छात्रों की दिनचर्या पर सीधा असर डाला, वहीं प्रशासन ने जरूरी रखरखाव और लाइन सुधार को वजह बताते हुए जल्द आपूर्ति सामान्य करने का भरोसा दिया।[8]
सीईएससी राजस्थान के पावर आउटेज बुलेटिन के मुताबिक कंपनी बाग, विकास नगर और किशनपुरा–2 जैसे घनी आबादी वाले इलाक़ों में दोपहर के समय निर्धारित अवधि के लिए आपूर्ति बाधित रही।[8] इन क्षेत्रों में कई घंटे तक बिजली जाने से छोटे कारोबार, कोचिंग संस्थान और घरों में पानी की मोटरें प्रभावित रहीं। विद्यार्थियों ने शिकायत की कि परीक्षाओं की तैयारी के बीच अचानक कटौती से ऑनलाइन स्टडी और डिजिटल क्लास बाधित हुईं, जबकि दुकानदारों ने प्वॉइंट-ऑफ-सेल मशीन और फ्रिज के न चल पाने को लेकर नाराज़गी जताई। उधर बिजली कंपनी का कहना है कि तय समयसूची के अनुसार मरम्मत कार्यों के बिना पुराने नेटवर्क पर निर्भर रहना जोखिम भरा है, इसलिए उपभोक्ताओं को पूर्व सूचना के साथ शटडाउन दिए जा रहे हैं।[8]
इसी बीच ज़िले के विकास मोर्चे पर एक अहम अपडेट सामने आया है। प्रदेश स्तर पर चल रही योजना के तहत भरतपुर संभाग के **210 गांवों को व्यापक विकास पैकेज के साथ बदले जाने की तैयारी** की जा रही है, जिसमें सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाएं और डिजिटल कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी जाएगी।[4] आधिकारिक जानकारी के अनुसार, योजना लागू होने पर ग्रामीण इलाके में सीसी रोड, स्ट्रीट लाइट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के सुदृढ़ीकरण और सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाने पर ज़ोर रहेगा।[4] स्थानीय जनप्रतिनिधि इसे भरतपुर की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और रोज़गार के लिए बड़ा अवसर बता रहे हैं, हालांकि ज़मीनी स्तर पर कार्य की गति और पारदर्शिता को लेकर लोगों की नज़रें प्रशासन पर टिकी हैं।
सुरक्षा और अपराध के मोर्चे पर भरतपुर का नाम एक बार फिर राष्ट्रीय बहस में आया है। हाल के महीनों में केंद्र और राज्य एजेंसियों ने डिजिटल फ्रॉड और ‘डिजिटल अरेस्ट’ ठगी मामलों में कार्रवाई तेज की है, जिनमें उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों के साथ भरतपुर–मथुरा–आगरा का **साइबरक्राइम त्रिकोण** विशेष निगरानी में बताया जा रहा है।[6] विशेषज्ञों के मुताबिक फर्जी कॉल सेंटर, केवाईसी अपडेट, लोन ऐप और डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर वसूली जैसे मामलों में गैंग सक्रिय रहे हैं, जिन पर नकेल कसने के लिए पुलिस और साइबर सेल द्वारा लगातार छापेमारी और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।[6] स्थानीय स्तर पर बैंक शाखाओं और साइबर थानों ने लोगों को अंजान लिंक पर क्लिक न करने, ओटीपी साझा न करने और संदिग्ध कॉल की तुरंत रिपोर्ट दर्ज कराने की अपील दोहराई है।
खेल के मैदान से भरतपुर के लिए उत्साहजनक खबर यह है कि ज़िले के युवा तेज गेंदबाज़ **कार्तिक शर्मा** को आईपीएल की चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने 14.20 करोड़ रुपये की बड़ी बोली के साथ अपने साथ जोड़ा है।[7] आर्थिक रूप से साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले कार्तिक के परिवार ने उसके क्रिकेट करियर के लिए ज़मीन और जेवर तक बेच दिए थे और पिछले चार साल तक उन्हें किसी बड़ी टीम में चयन नहीं मिला था।[7] अब यह करार न सिर्फ परिवार की आर्थिक चुनौतियां कम करेगा, बल्कि भरतपुर के सैकड़ों क्रिकेट प्रेमी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। स्थानीय कोचों का कहना है कि यह सफलता दिखाती है कि छोटे शहरों के खिलाड़ी भी अनुशासन और मेहनत से देश की सबसे बड़ी लीगों तक पहुंच सकते हैं।[7]
इन सबके बीच शहर में पर्यटन सीज़न भी जोर पकड़ रहा है। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि से होटल और गाइड समुदाय में रौनक है, हालांकि बार-बार होने वाली बिजली कटौती और नेटवर्क समस्या को लेकर पर्यटकों ने असुविधा जताई। व्यापारियों का मानना है कि यदि घोषित विकास योजनाएं समय पर जमीन पर उतरती हैं और बिजली–इंटरनेट जैसी बुनियादी सेवाएं स्थिर रहती हैं, तो भरतपुर न सिर्फ़ पर्यावरण पर्यटन बल्कि स्पोर्ट्स और एजुकेशन के हब के रूप में भी मज़बूती से उभर सकता है।
सीईएससी राजस्थान के पावर आउटेज बुलेटिन के मुताबिक कंपनी बाग, विकास नगर और किशनपुरा–2 जैसे घनी आबादी वाले इलाक़ों में दोपहर के समय निर्धारित अवधि के लिए आपूर्ति बाधित रही।[8] इन क्षेत्रों में कई घंटे तक बिजली जाने से छोटे कारोबार, कोचिंग संस्थान और घरों में पानी की मोटरें प्रभावित रहीं। विद्यार्थियों ने शिकायत की कि परीक्षाओं की तैयारी के बीच अचानक कटौती से ऑनलाइन स्टडी और डिजिटल क्लास बाधित हुईं, जबकि दुकानदारों ने प्वॉइंट-ऑफ-सेल मशीन और फ्रिज के न चल पाने को लेकर नाराज़गी जताई। उधर बिजली कंपनी का कहना है कि तय समयसूची के अनुसार मरम्मत कार्यों के बिना पुराने नेटवर्क पर निर्भर रहना जोखिम भरा है, इसलिए उपभोक्ताओं को पूर्व सूचना के साथ शटडाउन दिए जा रहे हैं।[8]
इसी बीच ज़िले के विकास मोर्चे पर एक अहम अपडेट सामने आया है। प्रदेश स्तर पर चल रही योजना के तहत भरतपुर संभाग के **210 गांवों को व्यापक विकास पैकेज के साथ बदले जाने की तैयारी** की जा रही है, जिसमें सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाएं और डिजिटल कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी जाएगी।[4] आधिकारिक जानकारी के अनुसार, योजना लागू होने पर ग्रामीण इलाके में सीसी रोड, स्ट्रीट लाइट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के सुदृढ़ीकरण और सरकारी स्कूलों में आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाने पर ज़ोर रहेगा।[4] स्थानीय जनप्रतिनिधि इसे भरतपुर की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और रोज़गार के लिए बड़ा अवसर बता रहे हैं, हालांकि ज़मीनी स्तर पर कार्य की गति और पारदर्शिता को लेकर लोगों की नज़रें प्रशासन पर टिकी हैं।
सुरक्षा और अपराध के मोर्चे पर भरतपुर का नाम एक बार फिर राष्ट्रीय बहस में आया है। हाल के महीनों में केंद्र और राज्य एजेंसियों ने डिजिटल फ्रॉड और ‘डिजिटल अरेस्ट’ ठगी मामलों में कार्रवाई तेज की है, जिनमें उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों के साथ भरतपुर–मथुरा–आगरा का **साइबरक्राइम त्रिकोण** विशेष निगरानी में बताया जा रहा है।[6] विशेषज्ञों के मुताबिक फर्जी कॉल सेंटर, केवाईसी अपडेट, लोन ऐप और डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर वसूली जैसे मामलों में गैंग सक्रिय रहे हैं, जिन पर नकेल कसने के लिए पुलिस और साइबर सेल द्वारा लगातार छापेमारी और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।[6] स्थानीय स्तर पर बैंक शाखाओं और साइबर थानों ने लोगों को अंजान लिंक पर क्लिक न करने, ओटीपी साझा न करने और संदिग्ध कॉल की तुरंत रिपोर्ट दर्ज कराने की अपील दोहराई है।
खेल के मैदान से भरतपुर के लिए उत्साहजनक खबर यह है कि ज़िले के युवा तेज गेंदबाज़ **कार्तिक शर्मा** को आईपीएल की चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने 14.20 करोड़ रुपये की बड़ी बोली के साथ अपने साथ जोड़ा है।[7] आर्थिक रूप से साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले कार्तिक के परिवार ने उसके क्रिकेट करियर के लिए ज़मीन और जेवर तक बेच दिए थे और पिछले चार साल तक उन्हें किसी बड़ी टीम में चयन नहीं मिला था।[7] अब यह करार न सिर्फ परिवार की आर्थिक चुनौतियां कम करेगा, बल्कि भरतपुर के सैकड़ों क्रिकेट प्रेमी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। स्थानीय कोचों का कहना है कि यह सफलता दिखाती है कि छोटे शहरों के खिलाड़ी भी अनुशासन और मेहनत से देश की सबसे बड़ी लीगों तक पहुंच सकते हैं।[7]
इन सबके बीच शहर में पर्यटन सीज़न भी जोर पकड़ रहा है। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि से होटल और गाइड समुदाय में रौनक है, हालांकि बार-बार होने वाली बिजली कटौती और नेटवर्क समस्या को लेकर पर्यटकों ने असुविधा जताई। व्यापारियों का मानना है कि यदि घोषित विकास योजनाएं समय पर जमीन पर उतरती हैं और बिजली–इंटरनेट जैसी बुनियादी सेवाएं स्थिर रहती हैं, तो भरतपुर न सिर्फ़ पर्यावरण पर्यटन बल्कि स्पोर्ट्स और एजुकेशन के हब के रूप में भी मज़बूती से उभर सकता है।