सलूंबर जिले में सर्दी का प्रकोप तेज हो गया है। राज्य भर में ठंड बढ़ने के साथ ही सलूंबर सहित 11 जिलों के लिए पीला अलर्ट जारी किया गया है। सुबह के समय तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ग्रामीण इलाकों में लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उदयपुर टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 27 दिसंबर को सलूंबर और आसपास के क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जबकि अधिकतम तापमान 18 डिग्री तक सीमित हो गया।[7] यह मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप है, जहां ठंडी हवाओं के कारण आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है।
सलूंबर के ग्रामीण क्षेत्रों में किसान चिंतित हैं, क्योंकि फसलें ठंड से प्रभावित हो रही हैं। गेहूं और सरसों की फसलें विशेष रूप से खतरे में हैं। स्थानीय निवासी रातों को अलाव जलाकर गुजार रहे हैं, जबकि बच्चे और बुजुर्गों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने स्कूलों में समय छोटा करने और आवश्यक दवाओं का स्टॉक सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा, सड़कें खाली रहने से यातायात कम हो गया है।
हाल ही में सलूंबर में अन्य घटनाओं ने भी सुर्खियां बटोरीं। अमर उजाला के अनुसार, सलूंबर दोहरा हत्याकांड का मामला अभी भी चर्चा में है, जहां दामाद ने सास और नाती की निर्मम हत्या कर दी थी। पत्नी को ससुराल न भेजने के गुस्से में उसने यह कदम उठाया, और पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।[1] इसी तरह, श्मशान घाट की कमी के कारण नदी किनारे अंतिम संस्कार की घटना ने ग्रामीणों में असंतोष पैदा किया।[1]
आजकल सलूंबर में राजस्थान अधीनस्थ कम्प्यूटर कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष पद के चुनाव की तैयारी जोरों पर है। प्रत्रकाल की खबर के मुताबिक, 2 जनवरी 2026 को यह चुनाव होगा, जिसके मुख्य निर्वाचन अधिकारी भाविक पारगी और सहायक चिन्मय जोशी हैं।[8] यह स्थानीय स्तर पर कर्मचारियों के बीच उत्साह बढ़ा रहा है।
राज्य स्तर पर ठंड के अलावा अन्य खबरें भी हैं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं पर काम तेज है, लेकिन सलूंबर जैसे दूरस्थ जिलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी बनी हुई है। पुलिस ने हाल ही में अवैध डोडा चूरा तस्करी पर कार्रवाई की थी, जहां 600 किलो डोडा चूरा बरामद कर दो तस्करों को पकड़ा गया।[1] खाद्य मिलावट के खिलाफ अभियान में भी 60 किलोग्राम बिना लेबल वाली सामग्री नष्ट की गई।[1]
सलूंबर जिला, जो उदयपुर संभाग का हिस्सा है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आदिवासी संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां बांसवाड़ा राजपरिवार का ऐतिहासिक किला प्रमुख आकर्षण है। लेकिन मौजूदा ठंड ने पर्यटन को प्रभावित किया है। प्रशासन ने राहत शिविर लगाने और ऊनी कपड़ों का वितरण शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक गिर सकता है, इसलिए सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
कुल मिलाकर, सलूंबर में ठंड ट्रेंडिंग न्यूज बनी हुई है, जो स्थानीय जीवन को प्रभावित कर रही है। जिला कलेक्टर ने बैठक बुलाई है ताकि प्रभावितों को तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके। ग्रामीणों ने बुनियादी ढांचे मजबूत करने की मांग उठाई है। (शब्द संख्या: ५१२)