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Nagaur School Vandalized During Christmas Celebrations Amid Conversion Allegations

27 Dec, 2025 Nagaur, Rajasthan
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नागौर शहर में क्रिसमस के मौके पर एक निजी स्कूल में तोड़फोड़ की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। शीतला माता मंदिर के सामने स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल में गुरुवार को क्रिसमस उत्सव मनाया जा रहा था, तभी डंडों से लैस कुछ युवक कार से उतरकर परिसर में घुस आए। आरोप है कि ये युवक बजरंग दल के सदस्य थे, जिन्होंने स्कूल प्रबंधन पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाया। उन्होंने क्रिसमस की सजावट जैसे गुब्बारे, टेबल और स्टूल उलट-पलट दिए, तोड़फोड़ की और स्टाफ के साथ जमकर मारपीट की। स्कूल स्टाफ को जान से मारने की धमकियां भी दी गईं।[1][2][5]

स्कूल मालिक शैतान राम चंगल ने बताया कि वे मौके पर पहुंचे तो हमलावरों ने उन पर भी हमला बोल दिया। स्टाफ ने किसी तरह तीन मुख्य आरोपी युवकों—दो नौजवान और एक बुजुर्ग—को स्कूल में ही बंद कर दिया, जबकि बाकी लोग भाग निकले। हंगामे की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस तुरंत पहुंची और तीनों को हिरासत में ले लिया। एसएचओ वेदपाल शिवरण ने पुष्टि की कि आरोपी पूछताछ के लिए थाने ले जाए गए हैं, हालांकि स्कूल की ओर से अभी लिखित शिकायत नहीं दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई गंभीर चोट नहीं लगी। जांच जारी है।[1][2]

यह घटना नागौर में धार्मिक संवेदनशीलता को लेकर बहस छेड़ रही है। बजरंग दल के सदस्यों का दावा है कि स्कूल में क्रिसमस समारोह धर्म परिवर्तन का बहाना था, जबकि स्कूल प्रबंधन ने इसे सांस्कृतिक उत्सव बताया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तोड़फोड़ और मारपीट के दृश्य साफ दिख रहे हैं। स्थानीय लोगों में आक्रोश है, खासकर अभिभावकों में, जो बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।[1][2]

इधर, नागौर में एक अन्य घटना ने भी सुर्खियां बटोरी। कोतवाली थाना क्षेत्र में नगर परिषद की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट और पथराव हो गया। एक पक्ष ने तारबंदी तोड़ी, जिसके बाद रवीना नाम की महिला से मारपीट शुरू हुई। उसके परिजन पहुंचे तो हाथापाई बढ़ गई। कई लोग घायल हुए, जिन्हें पुलिस ने अस्पताल भेजा। दोनों पक्षों की रिपोर्ट पर परस्पर मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू हो गई। नगर परिषद ने एक सप्ताह में कब्जा हटाने का ऐलान किया है। इलाके में तनाव बना हुआ है, पुलिस निगरानी कर रही है। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा।[3]

ये घटनाएं नागौर की शांति भंग करने वाली हैं। प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। स्कूल मामले में राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है, जहां विपक्ष ने सरकार पर धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप लगाया। नागौर जिले में ऐसे विवाद बढ़ रहे हैं, जो सामाजिक एकता के लिए चुनौती हैं। स्थानीय निवासी शांति की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों मामलों में गहन जांच का आश्वासन दिया। (शब्द संख्या: ५१२)[1][2][3][5]
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