Udaipur IT Firm Shock: CEO, Female Executive and Husband Arrested in Alleged Gang-Rape of Manager After Birthday Party
28 Dec, 2025
Udaipur, Rajasthan
उदयपुर। उदयपुर में एक निजी आईटी कंपनी की मैनेजर के साथ सामूहिक बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने कंपनी के सीईओ जितेश प्रकाश सिसोदिया, महिला एक्जीक्यूटिव हेड शिल्पा सिरोही और उनके पति गौरव सिरोही को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 20 दिसंबर की रात को शोभागपुरा क्षेत्र के एक होटल में सीईओ के जन्मदिन और न्यू ईयर पार्टी के दौरान हुई।[1][2][4][6]
पार्टी रात 9 बजे शुरू हुई और करीब 1.30 बजे तक चली। पार्टी में सभी ने शराब का सेवन किया था। मैनेजर को स्वास्थ्य खराब होने पर घर लौटने की इच्छा हुई। तब शिल्पा सिरोही ने उसे अपनी कार में घर छोड़ने की पेशकश की। कार में जितेश सिसोदिया, शिल्पा और गौरव सिरोही सवार थे। पीड़िता का आरोप है कि रास्ते में उन्होंने नशे में धुत अवस्था का फायदा उठाते हुए बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। जब वह आंशिक रूप से होश में आई, तो उसके कानों के कुंडल, मोजे, अंडरगारमेंट गायब थे और निजी अंगों पर चोट के निशान थे।[2][4][6]
पीड़िता ने 23 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मेडिकल जांच में चोटों की पुष्टि हुई, जो सामूहिक बलात्कार की ओर इशारा करती है। महत्वपूर्ण सबूत के रूप में कार का डैशकैम फुटेज मिला, जिसमें ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग से आरोपीयों की बातचीत और आवाजें कैद हैं। यह फुटेज पीड़िता के बयान को मजबूत करता है। पुलिस अधीक्षक योगेश गoyal ने बताया कि जांच पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और तकनीकी साकूतों के आधार पर चल रही है। एएसपी माधुरी वर्मा जांच का नेतृत्व कर रही हैं।[4][6]
आरोपी तीनों को गुरुवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां चार दिन की पुलिस रिमांड मिली। पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या आरोपीयों ने पीड़िता को बेहोश करने के लिए कोई नशीला पदार्थ दिया था। कंपनी जीकेएम आईटी की है और आरोपी उच्च पदों पर थे। यह घटना उदयपुर में सुरक्षा और कार्यस्थल पर महिलाओं की असुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही है।[2][4]
इस बीच, उदयपुर में एक अन्य बड़ी खबर अवैध खनन के खिलाफ अभियान की है। 29 दिसंबर से अरावली के 20 जिलों में संयुक्त कार्रवाई शुरू होगी। उदयपुर मुख्यालय से निगरानी होगी। खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मशीनरी जब्त की जाए और स्रोत पर कार्रवाई हो। जिला कलेक्टरों के नेतृत्व में एसआईटी बैठकें होंगी। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।[3]
उदयपुर जिला कोर्ट में 25 से 31 दिसंबर तक विंटर वेकेशन है, लेकिन जरूरी आपराधिक और जमानत मामलों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेशानुसार विशेष सुनवाई होगी।[5]
यह बलात्कार कांड उदयपुर की शांत छवि को झकझोर रहा है। पुलिस ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। पीड़िता को न्याय मिले, यही अपेक्षा है। समाज को कार्यस्थल पर नैतिकता और सुरक्षा पर विचार करने की जरूरत है। (शब्द संख्या: लगभग ५००)
पार्टी रात 9 बजे शुरू हुई और करीब 1.30 बजे तक चली। पार्टी में सभी ने शराब का सेवन किया था। मैनेजर को स्वास्थ्य खराब होने पर घर लौटने की इच्छा हुई। तब शिल्पा सिरोही ने उसे अपनी कार में घर छोड़ने की पेशकश की। कार में जितेश सिसोदिया, शिल्पा और गौरव सिरोही सवार थे। पीड़िता का आरोप है कि रास्ते में उन्होंने नशे में धुत अवस्था का फायदा उठाते हुए बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। जब वह आंशिक रूप से होश में आई, तो उसके कानों के कुंडल, मोजे, अंडरगारमेंट गायब थे और निजी अंगों पर चोट के निशान थे।[2][4][6]
पीड़िता ने 23 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मेडिकल जांच में चोटों की पुष्टि हुई, जो सामूहिक बलात्कार की ओर इशारा करती है। महत्वपूर्ण सबूत के रूप में कार का डैशकैम फुटेज मिला, जिसमें ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग से आरोपीयों की बातचीत और आवाजें कैद हैं। यह फुटेज पीड़िता के बयान को मजबूत करता है। पुलिस अधीक्षक योगेश गoyal ने बताया कि जांच पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और तकनीकी साकूतों के आधार पर चल रही है। एएसपी माधुरी वर्मा जांच का नेतृत्व कर रही हैं।[4][6]
आरोपी तीनों को गुरुवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां चार दिन की पुलिस रिमांड मिली। पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या आरोपीयों ने पीड़िता को बेहोश करने के लिए कोई नशीला पदार्थ दिया था। कंपनी जीकेएम आईटी की है और आरोपी उच्च पदों पर थे। यह घटना उदयपुर में सुरक्षा और कार्यस्थल पर महिलाओं की असुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही है।[2][4]
इस बीच, उदयपुर में एक अन्य बड़ी खबर अवैध खनन के खिलाफ अभियान की है। 29 दिसंबर से अरावली के 20 जिलों में संयुक्त कार्रवाई शुरू होगी। उदयपुर मुख्यालय से निगरानी होगी। खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मशीनरी जब्त की जाए और स्रोत पर कार्रवाई हो। जिला कलेक्टरों के नेतृत्व में एसआईटी बैठकें होंगी। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।[3]
उदयपुर जिला कोर्ट में 25 से 31 दिसंबर तक विंटर वेकेशन है, लेकिन जरूरी आपराधिक और जमानत मामलों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेशानुसार विशेष सुनवाई होगी।[5]
यह बलात्कार कांड उदयपुर की शांत छवि को झकझोर रहा है। पुलिस ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। पीड़िता को न्याय मिले, यही अपेक्षा है। समाज को कार्यस्थल पर नैतिकता और सुरक्षा पर विचार करने की जरूरत है। (शब्द संख्या: लगभग ५००)