कोटपूतली-बहरोर में कोल्ड वेव का अलर्ट, साथ ही ड्रग्स नेटवर्क भंडाफोड़ और रिकॉर्ड न्याय की बड़ी खबरें[1][4]
27 Dec, 2025 Kotputli-Behror, Rajasthan
कोटपूतली-बहरोर जिले में आजकल मौसम का दौरा बदल रहा है। भारत मौसम विभाग ने 26-27 दिसंबर के लिए 14 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है, जिसमें कोटपूतली-बहरोर भी शामिल है। न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री तक गिरावट की चेतावनी दी गई है। अलवर, खैरथल-तिजारा जैसे पड़ोसी जिलों के साथ यहां ठंड की लहर ने लोगों को घरों में कैद कर लिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान और मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि अरावली की पहाड़ियों से ठंडी हवाएं चल रही हैं।[4]
इसी बीच, जिले से एक बड़ी सफलता की खबर आई है। कोटपूतली में चोरी के मामले में पुलिस ने मात्र 5 दिनों में आरोपी की गिरफ्तारी, ट्रायल और सजा पूरी कर दी। यह रिकॉर्ड समय में इंसाफ का उदाहरण है, जिसने स्थानीय लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भरोसा बढ़ा दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत मिलते ही सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से आरोपी को पकड़ा गया। कोर्ट ने तुरंत सुनवाई कर सजा सुनाई, जो न्याय व्यवस्था की तेजी को दर्शाता है।[1]
एक अन्य सनसनीखेज घटना में कोटपूतली-बहरोर पुलिस ने एमडीएमए ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की। तीन राज्यों और विदेशी कनेक्शन वाले इस नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ। 25 दिसंबर को हुई कार्रवाई में मुख्य आरोपी सहित कई लोग गिरफ्तार हुए। ड्रग्स की सप्लाई दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हो रही थी, जो विदेशों तक फैली हुई थी। एसपी ने कहा कि यह जिले में ड्रग्स तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ी सफलता है। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी युवा वर्ग को निशाना बना रहे थे।[1]
ट्रैफिक हादसों का सिलसिला भी थम नहीं रहा। एनएच-152डी पर ट्रक की टक्कर से कार में लगी आग में तीन दोस्त जिंदा जल गए। 25 दिसंबर की यह घटना राजपुरा घाटी के पास हुई, जहां स्पीड और लापरवाही ने कहर बरपाया। मांढण के ढिकवाड़ गांव में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों ने सरपंच अजीत सिंह का पुतला दहन कर सड़क जाम की। पानी की किल्लत से त्रस्त villagers ने प्रशासन को ultimatum दिया है।[1]
अरावली की पहाड़ियों में सदियों पुराना किला बदहाली की कगार पर है। इस विरासत की सिसकती हालत पर विशेषज्ञ चिंता जता रहे हैं। वहीं, पीएमजीएसवाई योजना से 15,983 बसावटों का सड़क से जुड़ाव हुआ, जिसने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति दी। कांग्रेस ने मनरेगा और संविधान रक्षा के नाम पर प्रदर्शन किए। बहरोड़ में दिल्ली पुलिस जवान की ऑनलाइन ठगी का मामला भी सुर्खियों में है, जहां 80 हजार की ठगी के बाद छापेमारी जारी है। किसान ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के खिलाफ तिरंगा यात्रा चला रहे हैं।[1][2]
ये घटनाएं जिले की विविधता को दर्शाती हैं, जहां विकास और चुनौतियां साथ-साथ चल रही हैं। प्रशासन सक्रियता से काम ले रहा है। (शब्द संख्या: 498)