Neem Ka Thana Railway Station Bomb Threat Sparks Heightened Security Alert
27 Dec, 2025 Neem Ka Thana, Rajasthan
नीम का थाना, सीकर जिले के इस क्षेत्र में आजकल सुरक्षा के मुद्दे प्रमुखता से चर्चा में हैं। हाल ही में नीम का थाना रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की गंभीर धमकी मिलने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। 16 दिसंबर 2025 को सीकर कंट्रोल रूम को यह सूचना प्राप्त हुई, जिसके तुरंत बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। स्टेशन पर व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें बम डिस्पोजल स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीमें शामिल हुईं। सौभाग्य से कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली, लेकिन इस घटना ने पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी है[1]।
स्थानीय पुलिस ने धमकी की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, धमकी एक अज्ञात नंबर से फोन पर दी गई थी। एसपी सीकर और डीएम ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें स्टेशन पर सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा और संदिग्धों की तलाश पर जोर दिया गया। रेलवे अधिकारियों ने ट्रेनों की आवाजाही सामान्य रखी, लेकिन यात्रियों की तलाशी और बैग चेकिंग कड़ी कर दी गई। स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई, कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। यह घटना राजस्थान में बढ़ते साइबर क्राइम और फर्जी धमकियों के सिलसिले का हिस्सा लग रही है[1]।
इसी बीच, नीम का थाना में अन्य गतिविधियां भी जोरों पर हैं। 26 दिसंबर को 'राजस्थान–हमारा राजस्थान रथ यात्रा' छावनी क्षेत्र पहुंची, जहां बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रामलीला मैदान में बंगाल में हिंदू युवक की हत्या के मुद्दे पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह यात्रा राज्य भर में एकता और सांस्कृतिक जागरण का संदेश दे रही है[3]। इसके अलावा, नीम का थाना ब्लॉक के महवा और भराला गांवों में अरावली पहाड़ियों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों में आंदोलन तेज हो गया है। काउंटरकरेंट्स की रिपोर्ट के अनुसार, villagers ने खनन गतिविधियों के खिलाफ protective policies की मांग की है। केंद्र सरकार के हालिया फैसले से अरावली में नए खनन पट्टों पर रोक लगने के बाद स्थानीय नेता इसे जनता की जीत बता रहे हैं[2][4]।
नीम का थाना जिले में खनन माफिया का लंबा इतिहास रहा है। अरावली क्षेत्र में अवैध उत्खनन से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा है, जिसके खिलाफ ग्रामीण संगठन सक्रिय हैं। निर्मल चौधरी जैसे नेताओं ने 'अरावली बचाओ यात्रा' को स्थगित करने का ऐलान किया, क्योंकि केंद्र ने यू-टर्न ले लिया। सीएम ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताया, जबकि विपक्ष ने सवाल उठाए[2]। बम धमकी के बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा मीटिंग्स बढ़ा दी हैं, जिसमें रेलवे स्टेशन के अलावा बस स्टैंड और बाजारों पर नजर रखी जा रही है।
जिले के निवासी उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसी धमकियां जल्दी ही काबू में आ जाएंगी। पुलिस ने अपील की है कि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत सूचना दें। यह घटना पूरे राजस्थान में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर रही है, खासकर छुट्टियों के मौसम में। नीम का थाना की ये खबरें स्थानीय स्तर पर ट्रेंडिंग बनी हुई हैं, जो विकास और सुरक्षा के बीच संतुलन की जरूरत बताती हैं। (शब्द संख्या: ५१२)