पाली सांसद खेल महोत्सव 2025: भव्य समापन के बीच खिलाड़ियों का हंगामा, पुरस्कार वितरण में बवाल
पाली, राजस्थान। पाली सांसद खेल महोत्सव 2025 का भव्य समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह बांगड़ स्टेडियम में संपन्न हुआ, लेकिन यह आयोजन विवादों से घिर गया। 13 खेलों में अंडर-19 पुरुष एवं महिला टीमों ने भाग लिया, जिसमें खिलाड़ियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सांसद पीपी चौधरी एवं कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने सुबह समारोह का उद्घाटन किया, लेकिन जल्द ही वे अन्य कार्यक्रमों के लिए रवाना हो गए।[1][3] समापन के दौरान फाइनल परिणाम घोषित होते ही हंगामा मच गया। खिलाड़ियों ने स्टेडियम में नारेबाजी शुरू कर दी और आयोजकों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बिलड़ा, भोपालगढ़ आदि क्षेत्रों से लाए गए खिलाड़ी खफा थे कि उन्हें मिनी बसों में 50-50 की संख्या में ठूंसकर लाया गया, जहां यात्रा के दौरान भारी परेशानी हुई। स्टेडियम पहुंचने पर भी पानी, भोजन जैसी बुनियादी सुविधाएं न मिलने से आक्रोश भड़क उठा। करीब दो घंटे तक हंगामा चला, जिसमें सांसद प्रतिनिधि एवं औद्योगिक थाना प्रभारी सुमेरदान ने समझाइश की कोशिश की, लेकिन खिलाड़ी मानने को तैयार न हुए।[3] यह महोत्सव पाली जिले के युवाओं को खेलों से जोड़ने का सराहनीय प्रयास था। कबड्डी, वॉलीबॉल, खो-खो समेत 13 विधाओं में सैकड़ों युवाओं ने हिस्सा लिया। विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए, लेकिन हंगामे ने आयोजन की छवि धूमिल कर दी। खिलाड़ियों का कहना था कि बसें भरकर लाए गए, लेकिन सम्मानजनक व्यवहार न हुआ। सांसद के प्रतिनिधि को खिलाड़ियों ने खरी-खोटी सुनाई और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।[1][3] पाली में खेल गतिविधियां तेज हो रही हैं। सुमेरपुर में महादेव प्रीमियर लीग 2025 का पांचवां दिन चल रहा है, जबकि जीवाईएम प्रीमियर लीग भी जोरों पर है। ये स्थानीय टूर्नामेंट युवाओं में क्रिकेट के प्रति उत्साह बढ़ा रहे हैं।[5][6] वहीं, राजस्थान के खेल परिदृश्य में जयपुर के पूर्व राजघराने के पद्मनाभ सिंह को अर्जुन अवॉर्ड 2025 के लिए नामित किया गया है। पोलो में उनके योगदान को सराहा गया, जो वे पूर्व भारतीय टीम के कप्तन रह चुके हैं। यह राजस्थान के लिए गौरव का विषय है।[2] इस घटना से सवाल उठे हैं कि खेल आयोजनों में सुविधाओं पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता? जिला प्रशासन एवं आयोजकों को भविष्य में ऐसी शिकायतें रोकने के उपाय करने चाहिए। पाली के युवा प्रतिभावान हैं, उन्हें प्रोत्साहन देने वाले माहौल की जरूरत है। हंगामे के बावजूद महोत्सव सफल रहा, लेकिन व्यवस्थाओं में सुधार आवश्यक है। स्थानीय पत्रकारों ने इसे खेल विकास में बाधक बताया। पाली खेलप्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। (शब्द संख्या: 512)