Churu में विमान हादसा, सड़क दुर्घटना और शीतलहर ने मचाई खलबली
27 Dec, 2025
Churu
चूरू जिले में आज शनिवार को एक के बाद एक बड़ी घटनाओं ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी। सबसे चौंकाने वाली खबर भारतीय वायुसेना के जगुआर फाइटर जेट के क्रैश की है, जिसमें पायलट समेत दो लोगों की मौत हो गई। भानूड़ा गांव में दोपहर के समय अचानक जोरदार धमाका सुनाई दिया, जिसके बाद आसमान में आग के गोले और घने काले धुएं का गुबार उठ गया। ग्रामीणों ने बताया कि विमान तेज गति से उड़ान भर रहा था, लेकिन अचानक नियंत्रण खो बैठा और जमीन पर जा गिरा। दुर्घटना स्थल पर आग लग गई, जिसे स्थानीय अग्निशमन दल ने बुझाया। जिला कलेक्टर अभिषhek सुराणा और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। इलाके को सुरक्षित रखने के लिए छावनी में बदल दिया गया है। भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की है कि जांच के बाद ही हादसे का कारण स्पष्ट होगा, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी का संकेत मिल रहा है।[5]
इसी बीच, चूरू के संदवा थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम को एक भयानक सड़क हादसा हो गया, जिसमें ट्रेलर और एसयूवी के बीच जोरदार टक्कर के बाद पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में एक ही परिवार के सदस्य शामिल थे, जो परिवारिक विवाद सुलझाने के बाद लौट रहे थे। एसयूवी सवार सभी लोग चूरू से कुछ दूर संदवा मार्ग पर ट्रेलर से भिड़ गए। हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं। घायलों को पहले संदवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, फिर बेहतर इलाज के लिए बीकानेर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह हादसा क्षेत्र की सड़कों पर बढ़ते वाहन दबाव और लापरवाही को उजागर करता है।[2][4]
इन घटनाओं के साथ ही चूरू में शीतलहर ने भी अपना कहर बरपाया है। मौसम विभाग के अनुसार, चूरू सहित राजस्थान के कई जिलों में तापमान शून्य से नीचे लुढ़क गया है। चूरू और फतेहपुर में लगातार दूसरे दिन माइनस तापमान दर्ज किया गया, जबकि जयपुर के जोबनेर में पारा -4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा। चूरू में न्यूनतम तापमान -1.5 डिग्री रहा। शेखावाटी क्षेत्र- चूरू, सीकर, झुंझुनू में सबसे ज्यादा ठंड का असर है। नारंगी अलर्ट जारी कर झुंझुनू, सीकर, चूरू, हनुमानगढ़ और गंगानगर के लिए गंभीर शीतलहर की चेतावनी दी गई है। पीली अलर्ट नागौर, बीकानेर समेत कई जिलों के लिए है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी 7 के बाद ही राहत मिलेगी। ठंड से लोग घरों में दुबके हैं, सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाने की मांग उठ रही है।[1][3][7][8]
ये घटनाएं चूरू को सुर्खियों में ला रही हैं। विमान हादसे से सुरक्षा पर सवाल उठे हैं, सड़क दुर्घटना ट्रैफिक नियमों की अनदेखी दर्शाती है, जबकि शीतलहर स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा रही है। प्रशासन ने राहत शिविर खोले हैं, जहां गर्म कपड़े और भोजन वितरित किए जा रहे। स्थानीय विधायक ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर सहायता का आश्वासन दिया। चूरू के ऐतिहासिक हवेलियों और रेत के टीलों के बीच ये विपत्तियां विपरीत तस्वीर पेश कर रही हैं। पुलिस ने ट्रेलर चालक की तलाश तेज कर दी है, जबकि वायुसेना जांच पूरी होने तक बयान टाल रही। मौसम विभाग ने 28 दिसंबर तक और ठंड की चेतावनी दी है। निवासियों से अपील है कि गर्म कपड़े पहनें, धुआं न जलाएं और यातायात नियमों का पालन करें। (शब्द संख्या: ५१२)
इसी बीच, चूरू के संदवा थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम को एक भयानक सड़क हादसा हो गया, जिसमें ट्रेलर और एसयूवी के बीच जोरदार टक्कर के बाद पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में एक ही परिवार के सदस्य शामिल थे, जो परिवारिक विवाद सुलझाने के बाद लौट रहे थे। एसयूवी सवार सभी लोग चूरू से कुछ दूर संदवा मार्ग पर ट्रेलर से भिड़ गए। हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं। घायलों को पहले संदवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, फिर बेहतर इलाज के लिए बीकानेर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह हादसा क्षेत्र की सड़कों पर बढ़ते वाहन दबाव और लापरवाही को उजागर करता है।[2][4]
इन घटनाओं के साथ ही चूरू में शीतलहर ने भी अपना कहर बरपाया है। मौसम विभाग के अनुसार, चूरू सहित राजस्थान के कई जिलों में तापमान शून्य से नीचे लुढ़क गया है। चूरू और फतेहपुर में लगातार दूसरे दिन माइनस तापमान दर्ज किया गया, जबकि जयपुर के जोबनेर में पारा -4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा। चूरू में न्यूनतम तापमान -1.5 डिग्री रहा। शेखावाटी क्षेत्र- चूरू, सीकर, झुंझुनू में सबसे ज्यादा ठंड का असर है। नारंगी अलर्ट जारी कर झुंझुनू, सीकर, चूरू, हनुमानगढ़ और गंगानगर के लिए गंभीर शीतलहर की चेतावनी दी गई है। पीली अलर्ट नागौर, बीकानेर समेत कई जिलों के लिए है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी 7 के बाद ही राहत मिलेगी। ठंड से लोग घरों में दुबके हैं, सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाने की मांग उठ रही है।[1][3][7][8]
ये घटनाएं चूरू को सुर्खियों में ला रही हैं। विमान हादसे से सुरक्षा पर सवाल उठे हैं, सड़क दुर्घटना ट्रैफिक नियमों की अनदेखी दर्शाती है, जबकि शीतलहर स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा रही है। प्रशासन ने राहत शिविर खोले हैं, जहां गर्म कपड़े और भोजन वितरित किए जा रहे। स्थानीय विधायक ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर सहायता का आश्वासन दिया। चूरू के ऐतिहासिक हवेलियों और रेत के टीलों के बीच ये विपत्तियां विपरीत तस्वीर पेश कर रही हैं। पुलिस ने ट्रेलर चालक की तलाश तेज कर दी है, जबकि वायुसेना जांच पूरी होने तक बयान टाल रही। मौसम विभाग ने 28 दिसंबर तक और ठंड की चेतावनी दी है। निवासियों से अपील है कि गर्म कपड़े पहनें, धुआं न जलाएं और यातायात नियमों का पालन करें। (शब्द संख्या: ५१२)
ADVERTISEMENT SPACE