Dense Fog and Cold Wave Grip Dausa: Visibility Drops, Temperatures Plunge to 4.4°C
27 Dec, 2025
Dausa
दौसा जिले में घने कोहरे और शीतलहर ने आज आमजन को घरों में कैद कर लिया है। राजस्थान के इस जिले सहित पूरे राज्य में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है, जहां न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। मौसम विभाग के अनुसार, हिमालयी क्षेत्र से आ रही उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं ने पूरे इलाके को चपेट में ले लिया है, जिससे सुबह-शाम दृश्यता घटकर कुछ मीटर रह गई है।[1][2][3][4]
दौसा शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिसके कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। जयपुर-आगरा हाईवे पर वाहन चालकों को परेशानी हो रही है, क्योंकि दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई। स्थानीय ट्रैफिक पुलिस ने ड्राइवरों को सलाह दी है कि कोहरे में हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे गाड़ी चलाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें। कल रात से ही ठंड बढ़ गई, जब थर्मामीटर ने 5.0 डिग्री का रिकॉर्ड तोड़ा, जो अब और नीचे चला गया।[1][3][4]
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह शीतलहर अगले 48 से 72 घंटों तक जारी रहेगी। दौसा में सुबह के समय खेतों पर ओस जम गई, जो किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई। फसलें ठंड से प्रभावित हो रही हैं, खासकर सरसों और गेहूं की फसलें। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव जलाकर ठंड से बच रहे हैं। चाय की दुकानों पर भीड़ लगी हुई है, जहां लोग गर्मागर्म चाय पीकर गर्मी महसूस कर रहे।[3][4]
दौसा जिले के लालमंडी, गांधीनगर और बघी जैसे इलाकों में कोहरा सबसे ज्यादा घना है। स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभाएं स्थगित कर दी गईं, ताकि बच्चे ठंड से सुरक्षित रहें। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि बुजुर्गों, बच्चों और श्वास संबंधी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड से निमोनिया और सर्दी-जुकाम के मामले बढ़ सकते हैं, इसलिए गर्म कपड़े पहनें, घर में हीटर का इस्तेमाल करें और सुबह-शाम बाहर न निकलें।[4]
पड़ोसी जिलों धौलपुर, अलवर और करौली में भी यही स्थिति है, जहां तापमान 3.6 से 6 डिग्री के बीच रहा। जयपुर में 8.8 डिग्री और चूरू में 4.9 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर राजस्थान के 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें दौसा भी शामिल है। घने कोहरे के कारण हवाई यात्रा पर भी असर पड़ सकता है।[3][4][5]
स्थानीय निवासी रामस्वरूप ने बताया, "पिछले कई दिनों से ठंड बढ़ती जा रही है। कोहरा इतना घना है कि सामने का हाथ ही नजर नहीं आता। हम लोग सुबह जल्दी बाहर नहीं निकलते।" वहीं, एक किसान ने कहा, "फसलें ओस से सफेद हो गईं, नुकसान की आशंका है।" प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं, जिसमें गरीबों को कंबल वितरित किए जा रहे।
यह शीतलहर राज्यव्यापी है, लेकिन दौसा जैसे जिलों में स्थिति गंभीर है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि धूप निकले और ठंड से राहत मिले। मौसम विभाग लगातार अपडेट दे रहा है, इसलिए सभी सतर्क रहें। (शब्द संख्या: ५१२)
दौसा शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिसके कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। जयपुर-आगरा हाईवे पर वाहन चालकों को परेशानी हो रही है, क्योंकि दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई। स्थानीय ट्रैफिक पुलिस ने ड्राइवरों को सलाह दी है कि कोहरे में हेडलाइट जलाकर धीरे-धीरे गाड़ी चलाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें। कल रात से ही ठंड बढ़ गई, जब थर्मामीटर ने 5.0 डिग्री का रिकॉर्ड तोड़ा, जो अब और नीचे चला गया।[1][3][4]
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह शीतलहर अगले 48 से 72 घंटों तक जारी रहेगी। दौसा में सुबह के समय खेतों पर ओस जम गई, जो किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई। फसलें ठंड से प्रभावित हो रही हैं, खासकर सरसों और गेहूं की फसलें। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अलाव जलाकर ठंड से बच रहे हैं। चाय की दुकानों पर भीड़ लगी हुई है, जहां लोग गर्मागर्म चाय पीकर गर्मी महसूस कर रहे।[3][4]
दौसा जिले के लालमंडी, गांधीनगर और बघी जैसे इलाकों में कोहरा सबसे ज्यादा घना है। स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभाएं स्थगित कर दी गईं, ताकि बच्चे ठंड से सुरक्षित रहें। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि बुजुर्गों, बच्चों और श्वास संबंधी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड से निमोनिया और सर्दी-जुकाम के मामले बढ़ सकते हैं, इसलिए गर्म कपड़े पहनें, घर में हीटर का इस्तेमाल करें और सुबह-शाम बाहर न निकलें।[4]
पड़ोसी जिलों धौलपुर, अलवर और करौली में भी यही स्थिति है, जहां तापमान 3.6 से 6 डिग्री के बीच रहा। जयपुर में 8.8 डिग्री और चूरू में 4.9 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर राजस्थान के 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें दौसा भी शामिल है। घने कोहरे के कारण हवाई यात्रा पर भी असर पड़ सकता है।[3][4][5]
स्थानीय निवासी रामस्वरूप ने बताया, "पिछले कई दिनों से ठंड बढ़ती जा रही है। कोहरा इतना घना है कि सामने का हाथ ही नजर नहीं आता। हम लोग सुबह जल्दी बाहर नहीं निकलते।" वहीं, एक किसान ने कहा, "फसलें ओस से सफेद हो गईं, नुकसान की आशंका है।" प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं, जिसमें गरीबों को कंबल वितरित किए जा रहे।
यह शीतलहर राज्यव्यापी है, लेकिन दौसा जैसे जिलों में स्थिति गंभीर है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि धूप निकले और ठंड से राहत मिले। मौसम विभाग लगातार अपडेट दे रहा है, इसलिए सभी सतर्क रहें। (शब्द संख्या: ५१२)
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