Jodhpur Rural में घना कोहरा और ठंड का कहर, दृश्यता 50 मीटर तक घटी
27 Dec, 2025
Jodhpur Rural
जोधपुर ग्रामीण जिले में आज शनिवार को सर्दी ने पूरे जोर-शोर से दस्तक दी है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से घना कोहरा छा गया, जिससे सड़कों पर दृश्यता मात्र 50 मीटर तक सिमट गई। ग्रामीण इलाकों जैसे मंडोर, केलवा, भोपालगढ़ और आसपास के गांवों में सुबह से ही घना कोहरा पसरा हुआ है, जिसके कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि रात का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि दिन का अधिकतम तापमान 18 डिग्री के आसपास रहा। मौसम विभाग के अनुसार, जोधपुर संभाग में हल्के बादल छाए रहने और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कमजोर पड़ने से न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन कोहरा और ठंड का असर बरकरार है।[1][3]
जोधपुर ग्रामीण के किसान चिंतित हैं, क्योंकि घने कोहरे ने खेतों में फसलें प्रभावित कर दी हैं। सरसों और गेहूं की फसलें ठंड से झुलस रही हैं, जबकि सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने में देरी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं, और बच्चों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है। मंडोर रोड, पाली बाईपास और जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। पुलिस ने ट्रैफिक जागरूकता अभियान चलाया है, जिसमें धीमी गति से वाहन चलाने और फॉग लाइट्स जलाने की हिदायत दी गई है। कल रात एक हादसे में कोहरे के कारण दो बाइक आपस में टकरा गईं, जिसमें दो लोग घायल हो गए।[3][4]
यह सर्दी का मौसम राजस्थान के मैदानी इलाकों में असर दिखा रहा है, जबकि माउंट आबू जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। जोधपुर में भी ठंडी हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर लिया है। बाजारों में सूर्यास्त के बाद सन्नाटा छा जाता है, और लोग अलाव जलाकर गर्मी ले रहे हैं। पर्यटन प्रभावित हुआ है, खासकर जोधपुर ग्रामीण के ऐतिहासिक स्थलों जैसे मंडोर गार्डन और उमेद भवन पैलेस के आसपास के इलाकों में पर्यटकों की संख्या घटी है। हालांकि, न्यू ईयर की तैयारियां जोरों पर हैं, और होटलों में 85% से अधिक बुकिंग हो चुकी है। प्रशासन ने पर्यटक स्थलों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है।[1][6]
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम रहेगा, लेकिन रातें ठंडी बनी रहेंगी। न्यूनतम तापमान 5-7 डिग्री के बीच रह सकता है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें और वाहनों में चेन व चेकिंग करवाएं। जोधपुर ग्रामीण के सरपंचों ने जिला प्रशासन से सड़कों पर फॉग लाइट्स और साइन बोर्ड लगाने की मांग की है। एक ओर जहां अरावली मुद्दे पर जोधपुर शहर में विरोध प्रदर्शन हुए, वहीं ग्रामीण इलाकों में मौसम ही मुख्य चर्चा का विषय है।[2][3]
इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर पुलिस ने ट्रैफिक और सुरक्षा के लिए विशेष दबिशें दी हैं, जो कोहरे के बीच राहत प्रदान कर रही हैं। कुल मिलाकर, जोधपुर ग्रामीण में सर्दी का यह सितम दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है, लेकिन लोग हिम्मत से काम ले रहे हैं। (शब्द संख्या: 512)
जोधपुर ग्रामीण के किसान चिंतित हैं, क्योंकि घने कोहरे ने खेतों में फसलें प्रभावित कर दी हैं। सरसों और गेहूं की फसलें ठंड से झुलस रही हैं, जबकि सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने में देरी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं, और बच्चों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है। मंडोर रोड, पाली बाईपास और जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। पुलिस ने ट्रैफिक जागरूकता अभियान चलाया है, जिसमें धीमी गति से वाहन चलाने और फॉग लाइट्स जलाने की हिदायत दी गई है। कल रात एक हादसे में कोहरे के कारण दो बाइक आपस में टकरा गईं, जिसमें दो लोग घायल हो गए।[3][4]
यह सर्दी का मौसम राजस्थान के मैदानी इलाकों में असर दिखा रहा है, जबकि माउंट आबू जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। जोधपुर में भी ठंडी हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर लिया है। बाजारों में सूर्यास्त के बाद सन्नाटा छा जाता है, और लोग अलाव जलाकर गर्मी ले रहे हैं। पर्यटन प्रभावित हुआ है, खासकर जोधपुर ग्रामीण के ऐतिहासिक स्थलों जैसे मंडोर गार्डन और उमेद भवन पैलेस के आसपास के इलाकों में पर्यटकों की संख्या घटी है। हालांकि, न्यू ईयर की तैयारियां जोरों पर हैं, और होटलों में 85% से अधिक बुकिंग हो चुकी है। प्रशासन ने पर्यटक स्थलों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है।[1][6]
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम रहेगा, लेकिन रातें ठंडी बनी रहेंगी। न्यूनतम तापमान 5-7 डिग्री के बीच रह सकता है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें और वाहनों में चेन व चेकिंग करवाएं। जोधपुर ग्रामीण के सरपंचों ने जिला प्रशासन से सड़कों पर फॉग लाइट्स और साइन बोर्ड लगाने की मांग की है। एक ओर जहां अरावली मुद्दे पर जोधपुर शहर में विरोध प्रदर्शन हुए, वहीं ग्रामीण इलाकों में मौसम ही मुख्य चर्चा का विषय है।[2][3]
इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर पुलिस ने ट्रैफिक और सुरक्षा के लिए विशेष दबिशें दी हैं, जो कोहरे के बीच राहत प्रदान कर रही हैं। कुल मिलाकर, जोधपुर ग्रामीण में सर्दी का यह सितम दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है, लेकिन लोग हिम्मत से काम ले रहे हैं। (शब्द संख्या: 512)
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