कोटा में अवैध धार्मिक धर्मांतरण का मामला: दो ईसाई मिशनरियों पर केस दर्ज, विश्व हिंदू परिषद की शिकायत पर कार्रवाई
कोटा, राजस्थान। कोटा के बोरखेड़ा थाने में दो ईसाई मिशनरियों के खिलाफ अवैध धार्मिक धर्मांतरण के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली निवासी चंदी वर्गीज और कोटा निवासी अरुण जॉन को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई हाल ही में लागू राजस्थान धर्म स्वातंत्र्य (अवैध धर्मांतरण प्रतिषेध) अधिनियम, 2025 के तहत की गई है, जो 29 अक्टूबर 2025 को राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित हुआ था।[1] थाने के प्रभारी देवेश भारद्वाज ने बताया कि 4 से 6 नवंबर के बीच आरोपी ने कैनाल रोड स्थित बेइर्सेबा चर्च में आध्यात्मिक प्रवचन के बहाने लोगों को आमंत्रित किया और उनका धर्मांतरण कराया। इस कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव भी प्रसारित किया गया। शिकायत में वीडियो और अन्य सबूत भी पेश किए गए। पुलिस ने बीएनएस की धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) के साथ अधिनियम की धारा 3 एवं 5 के तहत एफआईआर दर्ज की है। यह कानून धर्मांतरण को गैर-जमानती अपराध बनाता है, जिसमें कड़ी सजा का प्रावधान है।[1] यह घटना कोटा में हाल के अपराधों की श्रृंखला का हिस्सा है। 19 दिसंबर 2025 को एनआईए ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) मामले में कोटा में छापेमारी कर दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया।[3] वहीं, रामगढ़ गांव में मंगलवार रात दो गुटों के बीच पुरानी दुश्मनी पर झगड़े को सुलझाने की कोशिश में 29 वर्षीय शंकर चारण को गोली मार दी गई। मुख्य आरोपी श्यामलाल चारण सहित छह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ है। कोटा ग्रामीण एसपी सुजीत शंकर ने बताया कि पीड़ित को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।[5] कोटा में अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। अक्टूबर में एसीबी ने बारां में आयुक्त, अग्निशमन अधिकारी और होमगार्ड को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।[2] ऑपरेशन गरुड़ व्यूह में 316 किलो अफीम-डोडा चूरा बरामद हुआ, बदमाशों ने फायरिंग कर भागने की कोशिश की।[2] थाईलैंड से आए पार्सल में एक करोड़ का विदेशी गांजा जब्त किया गया। नारकोटिक्स ब्यूरो में फर्जीवाड़े के आरोपी इंस्पेक्टर-कांस्टेबल बर्खास्त हो चुके हैं।[2] स्थानीय निवासियों का कहना है कि कोटा कोचिंग हब होने के बावजूद अपराध नियंत्रण में लापरवाही बरती जा रही है। वीएचपी ने इसे सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरा बताया। पुलिस ने जांच तेज कर दी है, जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है। यह मामला राज्य में नए धर्मांतरण विरोधी कानून की सख्ती को रेखांकित करता है। (शब्द संख्या: 512)